दिल्ली, लोकसभा में चुने गए सांसद सदस्यों द्वारा संविधान की शपथ ली जाती है, इसी क्रम में केरल से सांसद शशी थरूर संविधान की शपथ ले रहे थे वे इंग्लिश भाषा में संविधान की शपथ लेने के बाद जय संविधान कहा और लोकसभा अध्यक्ष से मिलकर नीचे आ रहे थे उसी समय ओम बिड़ला लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि ’’आप संविधान की ही शपथ तो ले रहे हैं, यह संविधान की शपथ है’’ इस पर सदन में बैठे सांसद दीपेन्द्र हुडडा ने कहा कि ’’इसमें आपको आपत्ति नहीं होनी चाहिए सर ’’ पर ओम बिड़ला जी गुस्से में कहा कि ’’किसमें आपत्ति है और किसमें नहीं सलाह मत दिया करो चलो बैठो’’ लोकसभा अध्यक्ष ने इस तरह अपमानजनक शब्दों से कहा तो दीपेन्द्र हुडडा जी बैठ गए।
सदन की शुरूआत में ही यह लगने लगा है कि लोकसभा अध्यक्ष अपने पूर्व सदन के संचालन की ही तरह सदन चलाऐंगें, दोबारा अध्यक्ष बनने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के बोल देश देख व सुन रहा है। आगामी पॉच वर्ष का संचालन देखना होगा कि पक्ष और विपक्ष दोनो को एक नजर से ही देखेंगे या पूर्व सदन की भांति संचालित होंगें । पूर्व सदन उन्होने चलाया लेकिन उनके लोकसभा अध्यक्ष काल में आजादी के बाद पहली बार 150 सांसदों का निलंबन का इतिहास जुड़ गया है। एक ही दिन एक ही सत्र में उन्होने 150 सांसदों को सदन से निलंबित कर दिया था।